Tuesday, 26 January 2016

26 जनवरी : 67वें गणतंत्र पर इन सब प्रश्नों का उत्तर कहाँ से मिलेगा? ------ विजय राजबली माथुर

*********************** बाल कलाकार साजिद के अभिनय पर बाल गायिका शांति माथुर द्वारा गाये 'नन्हा-मुन्ना राही' गीत द्वारा बच्चों के लिए जो कल्पना की गई थी वह आज गण तंत्र के 66 वर्ष पूर्ण होने पर कहाँ है ?
*******************************************'नन्हें मुन्ने बच्चे तेरी मुटठीमें क्या है? गीत द्वारा बच्चों द्वारा लिए गए संकल्प बाजारवाद द्वारा क्या आज कुचल नहीं दिये गए हैं? बच्चों का अधिकांश आज मुफ़लिसी का शिकार क्यों है?       *********************************************************************************'आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ झांकी हिंदुस्तान की ' द्वारा बच्चों को जो स्वतन्त्रता सेनानियों का बलिदान समझाया गया था वह शिक्षा अब आज कहाँ काफ़ूर हो गई है?

********** ********************************************************************'हम से है वतन हमारा' द्वारा बच्चों में जो देश-भक्ति का संचार किया गया था वह अमीरी-गरीबी की खाई में कैसे गायब हो गया ?
  **********************************************************************'एक बटा दो , दो बटा  चार ' द्वारा बच्चों के माता-पिता के पारस्परिक सौहार्द की जो परिकल्पना पेश की गई थी क्या आज के  मंहगाई के वातावरण में उसका क्षरण नहीं हुआ है जिससे  बच्चों के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है?   ********************************************'दिल ही तो है अपना' गीत में राज कपूर साहब जिस सदाशयता की प्रेरणा बच्चों को देते दीखते हैं क्या वैसी प्रेरणा आज बच्चों दी जा रही है? नहीं तो फिर आज के हालात पर दुख क्यों?    *********************************************'आज की ताजा खबर' में बालकलाकार साजिद बाल गायिका शांति माथुर की आवाज़ से जिन हालात का वर्णन करते हैं क्या उनमें आज कोई सुधार हुआ है? या माहौल और बद से बदतर हुआ है? आज 67वें गण तंत्र पर इन सब प्रश्नों का उत्तर कहाँ से मिलेगा?   

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